मॉर्निंग वॉक के बाद डॉक्टरों का एक ग्रुप चौराहे पर चाय पी रहा था।
दूर से एक आदमी लंगडाता हुआ आ रहा था...
एक डॉक्टर ने पुछा - "क्या हुआ होगा उसे ?"
पहला बोला - "Left knee arthritis"।
दूसरा बोला - "ना ना, मेरे हिसाब से Plantar Faci
मॉर्निंग वॉक के बाद डॉक्टरों का एक ग्रुप चौराहे पर चाय पी रहा था।
दूर से एक आदमी लंगडाता हुआ आ रहा था...
एक डॉक्टर ने पुछा - "क्या हुआ होगा उसे ?"
पहला बोला - "Left knee arthritis"।
दूसरा बोला - "ना ना, मेरे हिसाब से Plantar Facitis'।
तीसरा बोला - "कुछ भी क्या ? Ankle sprain लग रहा है"।
चौथा बोला - "अबे सालों ज़रा ठीक से देखो, वह आदमी एक पैर ठीक से उठा नहीं पा रहा। Foot drop जैसा है। उसके Lower motor neurons की लग गयी है !"
पांचवा बोला - "मुझे तो यह Hemiplegia का scissors gate लग रहा है"।
छठा कुछ बोलता तब तक आदमी पास पहुँच चुका था। उसने सबसे बडी विनम्रता से पूछा - "यहाँ कहीं आसपास मोची की दुकान है क्या? वो क्या है कि, मेरी चप्पल का अंगूठा टूट गया है !"
देश के हालात कुछ ऐसे ही हैं..!
किसी को विषय का ज्ञान हो ना हो, मगर ज्ञान बांटना जरूरी है...!!इन शार्ट बाँटना jaroori है
😃😃😃😃😀😀😀😄😄😄😅
1- शब्दकोश में असंख्य शब्द होते हुए भी...
👍मौन होना सब से बेहतर है।
2- दुनिया में हजारों रंग होते हुए भी...
👍सफेद रंग सब से बेहतर है।
3- खाने के लिए दुनिया भर की चीजें होते हुए भी...
👍उपवास शरीर के लि
1- शब्दकोश में असंख्य शब्द होते हुए भी...
👍मौन होना सब से बेहतर है।
2- दुनिया में हजारों रंग होते हुए भी...
👍सफेद रंग सब से बेहतर है।
3- खाने के लिए दुनिया भर की चीजें होते हुए भी...
👍उपवास शरीर के लिए सबसे बेहतर है।
4- देखने के लिए इतना कुछ होते हुए भी...
👍बंद आँखों से भीतर देखना सबसे बेहतर है।
5- सलाह देने वाले लोगों के होते हुए भी...
👍अपनी आत्मा की आवाज सुनना सबसे बेहतर है।
6- जीवन में हजारों प्रलोभन होते हुए भी...
👍सिद्धांतों पर जीना सबसे बेहतर है।
तुलसी कौन थी ?
तुलसी(पौधा) पूर्व जन्म मे एक लड़की थी जिस का नाम वृंदा था, राक्षस कुल में उसका जन्म हुआ था बचपन से ही भगवान विष्णु की भक्त थी.बड़े ही प्रेम से भगवान की सेवा, पूजा किया करती थी.जब वह बड
तुलसी कौन थी ?
तुलसी(पौधा) पूर्व जन्म मे एक लड़की थी जिस का नाम वृंदा था, राक्षस कुल में उसका जन्म हुआ था बचपन से ही भगवान विष्णु की भक्त थी.बड़े ही प्रेम से भगवान की सेवा, पूजा किया करती थी.जब वह बड़ी हुई तो उनका विवाह राक्षस कुल में दानव राज जलंधर से हो गया। जलंधर समुद्र से उत्पन्न हुआ था.
वृंदा बड़ी ही पतिव्रता स्त्री थी सदा अपने पति की सेवा किया करती थी.
एक बार देवताओ और दानवों में युद्ध हुआ जब जलंधर युद्ध पर जाने लगे तो वृंदा ने कहा -
स्वामी आप युद्ध पर जा रहे है आप जब तक युद्ध में रहेगे में पूजा में बैठ कर आपकी जीत के लिये अनुष्ठान करुगी,और जब तक आप वापस नहीं आ जाते, मैं अपना संकल्प नही छोडूगी। जलंधर तो युद्ध में चले गये,और वृंदा व्रत का संकल्प लेकर पूजा में बैठ गयी, उनके व्रत के प्रभाव से देवता भी जलंधर को ना जीत सके, सारे देवता जब हारने लगे तो विष्णु जी के पास गये।
सबने भगवान से प्रार्थना की तो भगवान कहने लगे कि – वृंदा मेरी परम भक्त है में उसके साथ छल नहीं कर सकता ।
फिर देवता बोले - भगवान दूसरा कोई उपाय भी तो नहीं है अब आप ही हमारी मदद कर सकते है।
भगवान ने जलंधर का ही रूप रखा और वृंदा के महल में पँहुच गये जैसे
ही वृंदा ने अपने पति को देखा, वे तुरंत पूजा मे से उठ गई और उनके चरणों को छू लिए,जैसे ही उनका संकल्प टूटा, युद्ध में देवताओ ने जलंधर को मार दिया और उसका सिर काट कर अलग कर दिया,उनका सिर वृंदा के महल में गिरा जब वृंदा ने देखा कि मेरे पति का सिर तो कटा पडा है तो फिर ये जो मेरे सामने खड़े है ये कौन है?
उन्होंने पूँछा - आप कौन हो जिसका स्पर्श मैने किया, तब भगवान अपने रूप में आ गये पर वे कुछ ना बोल सके,वृंदा सारी बात समझ गई, उन्होंने भगवान को श्राप दे दिया आप पत्थर के हो जाओ, और भगवान तुंरत पत्थर के हो गये।
सभी देवता हाहाकार करने लगे लक्ष्मी जी रोने लगे और प्रार्थना करने लगे यब वृंदा जी ने भगवान को वापस वैसा ही कर दिया और अपने पति का सिर लेकर वे सती हो गयी।
उनकी राख से एक पौधा निकला तब
भगवान विष्णु जी ने कहा –आज से इनका नाम तुलसी है, और मेरा एक रूप इस पत्थर के रूप में रहेगा जिसे शालिग्राम के नाम से तुलसी जी के साथ ही पूजा जायेगा और में बिना तुलसी जी के भोग स्वीकार नहीं करुगा। तब से तुलसी जी कि पूजा सभी करने लगे। और तुलसी जी का विवाह शालिग्राम जी के साथ कार्तिक मास में किया जाता है.देव-उठावनी एकादशी के दिन इसे तुलसी विवाह के रूप में मनाया जाता है !
लोग नहाते है “कुंभ” में
हम नहाते है “श्याम कुण्ड” में
सबके तीर्थ है “चारो धाम”
मेरा तो बस एक ही है तीर्थ
🙏जय श्री श्याम जी🙏
🔔 ऊं श्री राणी सत्यै नमः 🔔
याद करूं मैं नाम लूं दादी जी का...
सिंह चढ़कर वो आ जाए
विपदा आए मन घबराए...
दादी ही मुझको राह दिखाएं
दादी जी की चुनड़ी की छाया में..
परिवार है मेरा
मुझको कमी क्या....
जगत सेठानी पालनहार है मेरी।
⛲ श्री राणी सती दादी जी की जय ⛲
कैलेंडर हमेशा तारीख को बदलता है।
पर एक दिन ऐसी तारीख भी आती है कि जो कैलेंडर को ही बदल देती है।
इसलिए सब्र रखो, वक़्त हर किसी का आता है।।
वक्त किसी का गुलाम नही
🙏सुप्रभात 🙏🙏
🙏🏻"अम्बर" ने पूछा धरती से कैसी खुशियां छाई,
धरती इठलाकर के बोली श्याम जन्मदिन आयो
कार्तिक शुक्ला एकादसी आई, सब भगतां न घणी बधाई...
धरती अम्बर सगला बोले, जय जय श्री श्याम 👏🏻
श्याम जन्म हुओ आज बधाई सारा भगता ने🙏🏻🍰
🚩🙏🏻 जय श्री श्याम 🙏🏻🚩
बहुत खुश किस्मत होते है वे लोग जिन्हें
"समय"और "समझ" एक साथ मिलती है,
क्योंकी....!!
अक्सर "समय" पर "समझ"? नही
आती और जब "समझ" आती है तो
"समय" हाथ से निकल जाता है!!!
Good Morning🌹
रघुपति बिमुख जतन कर कोरी। कवन सकइ भव बंधन छोरी॥
जीव चराचर बस कै राखे। सो माया प्रभु सों भय भाखे॥
भावार्थ:
-श्री रघुनाथ जी से विमुख रहकर मनुष्य चाहे करोड़ों उपाय करे, परन्तु उसका संसार बंधन कौन छुड़ा सकता है।
जिसने सब चराचर जीवों को अपने वश में कर रखा है, वह माया भी प्रभु से भय खाती है॥
जय जय श्री सीता राम जी
राम हृदय में है मेरे, राम ही धड़कन में हैं
राम मेरी आत्मा में, राम ही जीवन में हैं
राम हर पल में है मेरे, राम है हर स्वास में
राम हर आशा में मेरी, राम ही हर आस में
राम ही तो करुणा में है, शांति में
राम हृदय में है मेरे, राम ही धड़कन में हैं
राम मेरी आत्मा में, राम ही जीवन में हैं
राम हर पल में है मेरे, राम है हर स्वास में
राम हर आशा में मेरी, राम ही हर आस में
राम ही तो करुणा में है, शांति में राम हैं
राम ही है एकता में, प्रगती में राम हैं
राम बस भक्तों नहीं, शत्रु के भी चिंतन में हैं
देख ताज के पाप रावण, राम तेरे मन में हैं
राम तेरे मन में हैं, राम मेरे मन में हैं
राम तो घर घर में हैं, राम हर आँगन में हैं
मन से रावण जो निकाले, राम उसके मन में हैं!
🙏🙏
नादान हूँ नादानियां कर जाता हूँ . . . !
दुनिया के चक्कर में तुझे भूल जाता हूँ . . . ! !
यह तेरा बड़प्पन है कि तू मुझे संभाल लेता है . . . !
मेरे गिरने से पहले तू मुझे थाम लेता है . . . ! !
जय श्री राधे कृष्णा
दो तथ्य आपके व्यक्तित्व को परिभाषित करते हैं :-
आपका धैर्य जब आपके पास कुछ न हो
आपका व्यवहार जब आपके पास सब कुछ हो
🙏 Good Morning 🙏
🌾🌾🌾🌾
दुनिया कहती है जिसका 'उदय' होता है
उसका 'अस्त' होना तय है
लेकिन "छठ पर्व" सिखाता है़
जो 'अस्त' होता है उसका 'उदय' तय है"
हम मुस्कुराते हुए डूबते सूरज को भी अर्घ्य के साथ विदा करते हैं कि कल सुरुज देव उगेंगे तो आपके और आपके परिवार के लिए खुसियां अपरम्पार लए ..
छठ पूजा के खरना की आप सब को बहुत बहुत शुभकामनायें.🙏
🌹जिंदगी बहुत खूबसूरत है, जिंदगी से प्यार करो,
अगर हो रात तो, सुबह का इंतजार करो,🌹
🌹वो पल भी आएगा जिसका तुझे इंतेज़ार है,
बस उस खुदा पर भरोसा और वक्त पर ऐतवार करो।🌹
❣️कभी आकर देख ले मेरी आँखों में भी ❣️
❣️तेरी तस्वीर के आगे कोई नजारा ही नहीं....❣️
❣️खो गए हैं तेरे इश्क़ में हम इस कदर की ❣️
❣️तेरे नाम के बिना कहीं गुजारा ही नही..❣️
साँवरिया🌷
अब कैसे कहें कि अपना बना लो मुझको,
अपनी बाहों की क़ैद में समा लो मुझको,
एक पल भी बिन तुम्हारे काटना है मुश्किल,
अब तो मुझसे ही चुरा लो मुझको।
🌸 ll ॐ श्री राणीसत्यै नमःll 🌸
जिनके बिन इस जीवन की..
हर समृद्धि आधी..
"तेजस" वही शक्ति परम..
श्री झुंझनू वाली "दादी"..
🌸🍃 ll नमो नारायणी l| 🍃🌸
🙏जय श्री राम🙏
भगवान ने स्वयं कहा है-
"तेरे हर रूप में मैं हूं,
तुझमें भी मैं ही हूं।
पाप भी मैं, पुण्य भी मैं
कर्म भी मै
🙏जय श्री राम🙏
भगवान ने स्वयं कहा है-
"तेरे हर रूप में मैं हूं,
तुझमें भी मैं ही हूं।
पाप भी मैं, पुण्य भी मैं
कर्म भी मैं, फल भी मैं
मुश्किल भी मैं,हल भी मैं
तेरे जीवन का आरंभ और अंत
मैं ही हूं।"
"मेरी सबसे सुन्दर रचना है मनुष्य,
और उससे भी सुन्दर रचना है
इमानदार मनुष्य।"
मैं तुम्हारे साथ कल भी था,
आज भी हूं और कल भी रहूंगा।"
मैं तुम्हारा मित्र हूं,
जब भी मुझे सच्चे मन से बुलाओगे,
मैं तुम्हारे पास ही तुम्हें मिलूंगा ।"
"अहम्" से ऊँचा कोई "आसमान" नहीं।
किसी की "बुराई" करने जैसा "आसान" कोई काम नहीं।
"स्वयं" को पहचानने से अधिक कोई "ज्ञान" नहीं।
और "क्षमा" करने से बड़ा कोई "दान" नहीं।
🙏🙏🙏🙏🙏