Boss ने सभी employees के सामने पानी मे पत्थर फैंका
ओर पूछा कि पत्थर क्यो डूब गया।
एक ही जवाब हर बार मिला
Sir पत्थर भारी है सो डूब गया।
फिर Boss ने अपने प्रिय चमचे से पूछा।
उसने बहुत सुदंर जवाब दिया
Sir, मुझे तो सिर्फ एक ही बात समझ आई कि....... आपने जिसको छोड़ दिया, वह डूब गया ....
......
*ऐसे ही हरामखोर नौकरी में तरक्की करते हैं*
😝😝😝😬😬😬🤣
*आज मौसम कितना खुश गवार हो गया*
*खत्म सभी का इंतज़ार हो गया*
*बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से*
*लगा जैसे*
*आसमान को*
*ज़मीन से प्यार हो गया...*😘
*कल तक उड़ती थी रेत चेहरे पर*
*आज पैरों से लिपट गयी**
*चन्द बूँदें क्या बरसीं बरसात की**
*धूल की फ़ितरत ही बदल गयी****
Welcome मानसून 🌈
लोग मेरी मुस्कान का राज पुछते हैं क्योंकि मैंने कभी दर्द की नुमाइश नहीं की
जिंदगी से जो मिला कबूल किया किसी चीज की फरमाइश नहीं की
मुश्किल है समझ पाना मुझे क्योंकि जीने के अलग है अंदाज मेरे
जब जहां जो मिला अपना लिया ना मिला उसकी ख्वाहिश नहीं की।
कितना दूर निकल गए रिश्ते निभाते निभाते,
खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते पाते,
लोग कहते है दर्द है मेरे दिल में,
और हम थक गये मुस्कुराते मुस्कुराते.