पहले मेरे दोस्त ने दिन रात बस चलाई
फिर पैसा कमा कर उसी बस को खरीदा
फिर अपनी बीवी को कलेक्टर बनाने के लिए दिल्ली में महंगी कोचिंग करवाकर यूपीएससी की तैयारी करवाई
उसकी बीवी उसे 3 अटेम्प्ट में
पहले मेरे दोस्त ने दिन रात बस चलाई
फिर पैसा कमा कर उसी बस को खरीदा
फिर अपनी बीवी को कलेक्टर बनाने के लिए दिल्ली में महंगी कोचिंग करवाकर यूपीएससी की तैयारी करवाई
उसकी बीवी उसे 3 अटेम्प्ट में भी पास नहीं कर पाई
ग़म में दोस्त ने पीना शुरू कर दिया
इससे उसकी बस बिक गई... वह तबाह और बर्बाद हो गया
जब मैं उसके घर गया तो वो कमबख्त अब भी #सेट_मैक्स पर #सूर्यवंशम उसी चाव से देख रहा था...
भाभी मेरे लिए चाय की जगह खीर लाई ... मैं 100 की स्पीड में उस घर से जान बचाकर भाग आया...
🤓
ज़िन्दगी में एक मोड़ ऐसा आता है,
जहां सिर्फ और सिर्फ
दोस्त की ज़रूरत होती है।
मैं भी उस मोड़ पर हूँ,
उस पुरानी से पुरानी
किताब के पन्ने की तरह ज़र्ज़र,
जिसे छूते ही फट जाती है।
पिघले हुए मोम की तरह,
उसके तल पर जमी हुई।
उस दोस्त को तलाशती,
ज़िन्दगी के उस मोड़ पर,
जहां सिर्फ और सिर्फ
दोस्त की ज़रूरत होती है।
कोई पूछता नहीं मेरे दर्द को गहराई के साथ,
पर दवा हर कोई दे जाता है नसीहत के साथ।।
चौधरी घर पहुंचा और चौधरन से बोला : "चौधरन हलवा बना"
चौधरन : "क्यूं जी, ऐसा क्या है आज ?"
चौधरी : "मै शर्त में १००० रू जीत गया"
चौधरन : "कैसे जीत गये जी"
चौधरी : "वो बावली पूंछ रामफल न्य
चौधरी घर पहुंचा और चौधरन से बोला : "चौधरन हलवा बना"
चौधरन : "क्यूं जी, ऐसा क्या है आज ?"
चौधरी : "मै शर्त में १००० रू जीत गया"
चौधरन : "कैसे जीत गये जी"
चौधरी : "वो बावली पूंछ रामफल न्यू कहवे था कि बकरी की चार टॉग हौवे हैं"
मैने कहा : "बकरी के तीन टांग होवे और मै शर्त जीत गया"
चौधरन बोली : "ठीक ही तो कहवे था रामफल"
चौधरी : "तू रामफल की लुगाई है या मेरी"
चौधरन : "लुगाई तो तेरी ही हूं, पर बात रामफल की ठीक है"
अब चौधरी और चौधरन की बहस हो गई और
चौधरी ने चौधरन को तब तक पीटा जब तक चौधरन ने तीन टांग की हामी न भर ली.
चौधरन बोली : "चौधरी तू ठीक कहवै है, बकरी के तीन टांग ही होवै"
चौधरी बोला : "वो रामफल भी न्यूं पिटकर ही माना था"
😝😀😀
💖💖 जब से तेरी निगाहों का नूर देखा है,
💖💖 खुद को इश्क के हाथों मजबूर देखा है 🌹
💖💖 ना देखा था तुमसा कोई " दिलनशी " पहले,
💖💖 तेरी आंखों में मैंने वो सुरुर देखा है 🌹
💥💥 इस दिवाली 💥💥
दीप से दीप जले,🌞
दिल से दिल मिले।🌞
इस दिवाली आओ💥
एक ऐसा दीप जलाएं💥
जिससे रौशन हो हर घर💫
घर में रहने वाले लोगों✨
लोगों के अंदर के विचार💥
मिट जाये अंधकार💥
अज्ञान का,🌹
तृष्ण
💥💥 इस दिवाली 💥💥
दीप से दीप जले,🌞
दिल से दिल मिले।🌞
इस दिवाली आओ💥
एक ऐसा दीप जलाएं💥
जिससे रौशन हो हर घर💫
घर में रहने वाले लोगों✨
लोगों के अंदर के विचार💥
मिट जाये अंधकार💥
अज्ञान का,🌹
तृष्णा का,
द्वेष का,
नकारात्मक सोच का,
प्रकाशित हो हर तरफ💥
ज्ञान का प्रकाश,🌞
प्रेम का प्रकाश,🌹
विश्वास का प्रकाश,🤝
साकारात्मक सोच का प्रकाश
🌞🌞🌞🌞🌞
दिपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाओॅ के साथ
“प्रकाश व प्रसन्नता के पर्व दीपावली पर बहुत बहुत मंगलकामनाएं।
धन, वैभव, यश, ऐश्वर्य के साथ दीपावली पर माँ महालक्ष्मी
आपकी सुख सम्पन्नता स्वास्थ्य व हर्षोल्लास में वृद्धि करें,
इन्हीं शुभेच्छाओं के साथ।”
!! शुभ दीपावली !!
ll शुभ दीपावली ll
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्र्वरी ।
हरिप्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ।।
शुभम करोति कल्याणम,
अरोग्यम धन संपदा,
शत्रु-बुद्धि विनाशायः,
दीपःज्योति नमोस
ll शुभ दीपावली ll
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्र्वरी ।
हरिप्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ।।
शुभम करोति कल्याणम,
अरोग्यम धन संपदा,
शत्रु-बुद्धि विनाशायः,
दीपःज्योति नमोस्तुते।।
आपको ओर आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाओॅ के साथ
"प्रकाश व प्रसन्नता के पर्व दीपावली पर बहुत बहुत मंगलकामनाएं। धन, वैभव, यश, ऐश्वर्य के साथ दीपावली पर माँ महालक्ष्मी आपकी सुख सम्पन्नता स्वास्थ्य व हर्षोल्लास में वृद्धि करें, इन्हीं शुभेच्छाओं के साथ।"
ll शुभ दीपावली ll
ll शुभ दीपावली ll
"प्रकाश व प्रसन्नता के पर्व दीपावली पर बहुत बहुत मंगलकामनाएं।"
इस प्रकाश पर्व पर आप को सुख , समृद्धि , आरोग्य , यश , कीर्ति और खुशी की भी अनवरत प्राप्ति हो ।
धन, वैभव, यश, ऐश्वर्य के साथ दीपावली पर माँ महालक्ष्मी आपके सुख, सम्पन्नता, स्वास्थ्य व हर्षोल्लास में वृद्धि करें, इन्हीं शुभेच्छाओं के साथ।
🚩 ll शुभ दीपावलीll 🚩
🌸पंचदिवसीय महामहोत्सव🌸
🏵️💥🏵️💥🏵️💥🏵️💥
सुसम्मानित माता-पिता का साथ हो तो प्रतिदिन धन-त्रयोदशी है।
सुयोग्य जीवनसाथी का स्नेह हो तो प्रतिदिन रूप-चतुर्दशी है।
सुसंस्कारी संतान का सानिध्य
🌸पंचदिवसीय महामहोत्सव🌸
🏵️💥🏵️💥🏵️💥🏵️💥
सुसम्मानित माता-पिता का साथ हो तो प्रतिदिन धन-त्रयोदशी है।
सुयोग्य जीवनसाथी का स्नेह हो तो प्रतिदिन रूप-चतुर्दशी है।
सुसंस्कारी संतान का सानिध्य हो तो प्रतिदिन दीपावली है।
श्रेष्ठ आजीविका का स्रोत हो तो प्रतिदिन अन्नकूट है।
सुशिक्षित भाई-बहन का सौहार्द हो तो प्रतिदिन भाई-दूज है।
पंचदिवसीय महामहोत्सव की हार्दिक बधाई और अशेष शुभकामनाएं...
🔅🔆🔅🏵️🔅🔆🔅
आपके साथ मेरा मधुर संबंध ही मेरा सबसे अमूल्य धन है ,
यह मधुर संबंध रूपी धन सदा बना रहे और बढता रहे....
दिनों दिन बढ़ता जाए आपका कारोबार, परिवार में बना रहे स्नेह और प्यार
होती रहे सदा आप पर धन की बौछार, ऐसा हो आपका दीपावली का त्यौहार
💥⭐ दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं 🌟💥
🌹🌹 शुभ दीपोत्सव 🌹🌹
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्र्वरी ।
हरिप्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ।।
शुभम करोति कल्याणम, अरोग्यम धन संपदा,
शत्रु-बुद्धि विनाशायः, दीपःज्योति
🌹🌹 शुभ दीपोत्सव 🌹🌹
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्र्वरी ।
हरिप्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ।।
शुभम करोति कल्याणम, अरोग्यम धन संपदा,
शत्रु-बुद्धि विनाशायः, दीपःज्योति नमोस्तुते !
आपको एवं आपके परिवार को पंच दिवसीय दीपावली महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं!
दीपोत्सव के इस पावन पर्व पर माँ लक्ष्मी आपको सुख, शांति, सफलता, समृद्धि, सौहार्द एवं स्वस्थ्य दीर्घायु जीवन व अपार खुशियाँ प्रदान करे।
💐🐚🌜शुभ दीपावली 🌛🐚💐
पर्व है पुरुषार्थ का
दीप के दिव्यार्थ का
देहरी पर दीप एक जलता रहे
अंधकार से युद्ध यह चलता रहे
हारेगी हर बार अंधियारे की घोर-कालिमा
जीतेगी उजियारे की स्वर्ण-लालिमा
दीप ही ज्योति का प्रथम त
पर्व है पुरुषार्थ का
दीप के दिव्यार्थ का
देहरी पर दीप एक जलता रहे
अंधकार से युद्ध यह चलता रहे
हारेगी हर बार अंधियारे की घोर-कालिमा
जीतेगी उजियारे की स्वर्ण-लालिमा
दीप ही ज्योति का प्रथम तीर्थ है
कायम रहे इसका अर्थ, वर्ना व्यर्थ है
आशीषों की मधुर छाँव इसे दे दीजिये
प्रार्थना-शुभकामना हमारी ले लीजिये !!
झिलमिल रौशनी में निवेदित अविरल शुभकामना
आस्था के आलोक में आदरयुक्त मंगल भावना !!
दीपावली की शुभकामनायें
जब तू साथ नहीं होती
तड़पता मेरा दिल है
मेरी रग रग में
लहू के साथ साथ
तू भी शामिल है
मौजूद है तू
मेरी रग रग में
मौजूद है तू
मेरी रग रग में
तू मेरा जीवन
तू वजूद मेरा
तेरे नाम से ही
शाम सवेरा
4 पैसे ही क्यों जरूरी हैं
बचपन में बुजुर्गों से एक कहानी सुनते थे कि... "इंसान 4 पैसे कमाने के लिए मेहनत करता है;" या..
"बेटा, कुछ काम करोगे तो 4 पैसे घर में आएँगे।" या..
"आज चार पैसे होते तो.. को
4 पैसे ही क्यों जरूरी हैं
बचपन में बुजुर्गों से एक कहानी सुनते थे कि... "इंसान 4 पैसे कमाने के लिए मेहनत करता है;" या..
"बेटा, कुछ काम करोगे तो 4 पैसे घर में आएँगे।" या..
"आज चार पैसे होते तो.. कोई ऐसे ना बोलता।"
आखिर क्यों चाहिए ये चार पैसे..? और.. चार ही क्यों..? तीन या पाँच क्यों नहीं..? तीन पैसों में क्या कमी हो जाएगी या पाँच से क्या बढ़ जाएगा..? आइए... समझते हैं कि इन चार पैसों का क्या करना है?
1 भोजन: अर्थात अपना तथा अपने परिवार--पत्नी, बच्चों का भरण-पोषण करना पेट भरने के लिए..!
2 पिछला क़र्ज़ उतारना: अपने माता-पिता की सेवा के लिए उनके द्वारा किये गये हमारे पालन-पोषण का कर्ज़ उतारने के लिए!
3 आगे कर्ज़ देना: सन्तान को पढ़ा-लिखाकर योग्य बनाने के लिए, ताकि.. आगे वृद्धावस्था में वे आपका ख़्याल रख सकें।
4 कुएं में डालने के लिए: अर्थात शुभ कार्य करने के लिए..! दान, सन्त सेवा, असहायों की सहायता करने के लिए.., यानि निष्काम सेवा करना.., क्योंकि हमारे द्वारा किये गये इन्हीं शुभ कर्मों का फल हमें इस जीवन के बाद मिलने वाला है।
इन कार्यों के लिए हमें चार पैसों की ज़रूरत पड़ती है। यदि तीन पैसे रह गये तो कार्य पूरे नहीं होंगे और पाँचवे पैसे की ज़रूरत ही नहीं है।
यही है 4 पैसों का गणित..!